Wearable Devices Purchase (पहनने योग्य) पर्चेस गाइड हिंदी में – Wearable Devices Buying Guide in Hindi

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Wearable Devices Technology – Wearable Devices Buying Guide in Hindi

क्या आपने कभी पहनने योग्य Wearable Devices के विषय में सुना हैं। यदि आप ठीक प्रकार से इस प्रश्न के उत्तर से परिचित नहीं है, तो आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको Wearable Devices पहनने योग्य के विषय में बताने जा रहे हैं। सीधे शब्दों में कहें, तो पहनने योग्य technology उपकरणों के एक समूह के लिए एक सामान्य शब्द है। इस समूह में फिटनेस ट्रैकर्स और स्मार्टवॉच शामिल हैं । जिन्हें पूरे दिन पहनने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इन उपकरणों को अक्सर संक्षेप में वियरेबल्स Wearable कहा जाता हैं।

इस प्रौद्योगिकी के मौलिक लाभ ये है कि ये आपकी बॉडी से टच होने पर सेंसर्स (sensors) की मदद से आपकी बॉडी में हो रहे विभिन्न बदलाव एवं मूवमेंट्स को डिटेक्ट कर सकती हैं। हाल के कुछ वर्षों में वियरेबल्स तेजी से लोगो के बीच लोकप्रिय हुए हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपने कभी कलाई घड़ी पहनी है, तो आप पहले से ही एक साधारण प्रकार के पहनने योग्य तकनीक का उपयोग कर चुके हैं और आज के स्मार्ट वियरेबल्स आपके मौजूदा उपकरणों, जैसे कंप्यूटर और स्मार्टफोन इत्यादि से जुड़ सकते हैं, जिसका अर्थ है कि अब आप पहले की तुलना में और अधिक दिलचस्प कार्य कर सकते हैं।

 

 

Wearable Devices Buying Guide in Hindi

पहनने योग्य Wearable Technology को चुनते समय क्या ध्यान मे रखे (Wearable Devices Buying Guide in Hindi

  1. कीमत (Price)
  2. बैटरी लाइफ (Battery Life)
  3. प्राइवेसी (Privacy)
  1. कीमत (Price):-

मौजूदा समय में आप कम कीमत में भी एक गुणवातापूर्ण वियरेबल्स ले सकते हैं। परंतु यदि आप  डेली यूज़ करने के लिए वियरेबल्स लेना चाहते हैं। तो आप महंगे ब्रांड्स की ओर रुख कर सकते हैं क्योंकि मार्केट में ऐसे वियरेबल्स बहुत कम ही उपलब्ध हैं। जो बहुत सालों तक बिना किसी खराबी के चले। किंतु प्रौद्योगिकी में बदलाव के साथ कई  नए तकनीकी निर्माताओं के आने से मार्केट में काफी अधिक कम्पटीशन बढ़ा है और अधिकांश वियरेबल्स की कीमतों में भी कमी आई है।

  1. बैटरी लाइफ (Battery Life):-
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वियरेबल्स डिवाइस खरीदते समय इसके बैटरी लाइफ की जानकारी विशेष तौर पर लेनी चाहिए क्योंकि मार्केट में ऐसे कई वियरेबल्स मौजूद हैं। जिनकी बैटरी लाइफ बहुत अधिक समय के लिए होती है। लेकिन फिटबिट ट्रैकर जैसी कुछ डिवाइस कई दिनों तक बिना चार्ज के भी चल सकती हैं।  वही दूसरी ओर एप्पल वॉच की तरह एडवांस डिवाइस केवल एक या दो दिन तक ही चल पाते है और कुछ कुछ डिवाइस को तो डेली चार्ज करना पड़ता है। अतः वियरेबल्स खरीदते वक्त आपको बैटरी लाइफ पर विशेष ध्यान देना चाहिए एवं अपने आवश्यकता के अनुसार वियरेबल्स का चुनाव करना चाहिए।

  1. प्राइवेसी (Privacy):-

वियरेबल डिवाइस की प्राइवेसी को ले कर हाल ही में कई मुद्दे सामने आ रहे हैं। जिसमे ज्यादातर यूजर को अभी भी डाउट है कि क्या वियरेबल्स डिवाइस उनकी प्राइवेसी पर नज़र बनाए रखता भी है या नहीं। चूकि, इस वियरेबल्स डिवाइस का ज्यादा यूज़ हॉस्पिटल्स जैसी जगहों में अधिक मात्रा में होने की वजह से मरीज़ो की जानकारी किसी गलत व्यक्ति तक ना पहुँच जाए इसलिए इन वियरेबल्स के ट्रैकर की प्राइवेसी का विशेष ध्यान रखा जाता है। अतः आपको भी यह सुझाव दिया जाता है कि अपने वियरेबल्स खरीदते वक्त उसकी प्राइवेसी से जुड़े विशेष बातों को पहले ही जांच लें।

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Wearable Devices Buying Guide in Hindi
Wearable Devices Buying Guide in Hindi

पहनने योग्य प्रौद्योगिकी के प्रकार (Types of wearable technology):

पहनने योग्य प्रौद्योगिकी अथवा वियरेबल्स मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं।

  1. फिटनेस ट्रैकर (Fitness tracker)
  2. स्मार्टवॉच (Smartwatch)
  3. स्मार्ट ज्वेलरी (Smart jewellery)
  4. सेफ्टी डिवाइस (Saftey device)
  1. फिटनेस ट्रैकर (Fitness tracker) :

एक फिटनेस ट्रैकर का इस्तेमाल यूजर के हेल्थ की निगरानी रखने के लिए किया जाता है। यह मुख्यतः यूजर के स्किन से कनेक्ट रहता है। जिससे यह स्टेप काउंट, दिल की धड़कन, ब्लडप्रेशर आदि को ट्रैक कर सके। उदाहरण के लिए आप एक फिटनेस ट्रैकर द्वारा यह पता लगा सकते हैं कि आप एक दिन में कितनी दूरी तक चले है या आपने एक दिन में कितनी कैलोरी बर्न की है। बस फिटनेस ट्रैकर को पहनिए और भागिए और ये आपके स्टेप्स काउंट स्वयं कर लेगा। 

  1. स्मार्टवॉच (Smartwatch):
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आज के स्मार्टवॉच एक आम कलाई घड़ी की तरह नहीं होती है। इसमें कुछ ऐसे एडवांस फीचर होते है। जो इसे स्मार्ट डिवाइस बनाते हैं। उदाहरण के लिए यदि आप अपने स्मार्टफोन के ईमेल , मैसेज या नोटिफिकेशन को बार-बार नहीं देखना चाहते और इसे अपनी स्मार्टवॉच में देखना चाहते हैं। तो बस आपको अपनी वॉच को स्मार्टफोन से कनेक्ट करना है और आपकी सारी नोटिफिकेशन आपके हाथ में आ जाएगी। लेकिन स्मार्टवॉच सिर्फ अपने कम्पेटिबल फ़ोन से ही कनेक्ट हो सकती है। जैसे एप्पल वॉच सिर्फ आईफ़ोन से ही जुड़ सकती हैं। वही दूसरी तरफ

सैमसंग वॉच को सिर्फ एंड्राइड फ़ोन से ही जोड़ कर सकते है।

  1. स्मार्ट ज्वेलरी (Smart jewellery):

 आपने ज्वेलरी तो कभी ना कभी जरूर ही पहनी होगी। लेकिन वर्तमान समय में मार्केट में कुछ ऐसी ज्वेलरी उपलब्ध है। जो ना केवल फैशनेबल है बल्कि उसके साथ ही काफी स्मार्ट भी है। इसी कारण उन्हें स्मार्ट ज्वेलरी की कैटेगरी में रखा गया है। उदाहरण के लिए OURA जैसे ब्रांड द्वारा बनायी गयी स्मार्ट रिंग। इस रिंग को बस आपको अपनी ऊँगली में पहनना हैं और ये रिंग आपको आपके हेल्थ को ट्रैक करने के साथ साथ आपके द्वारा सेट किये गये रिमाइंडर को भी सेंसर के द्वारा वाइब्रेट करके आपको याद दिलाती रहेगी।

  1. सेफ्टी डिवाइस (Safety device):

सेफ्टी वियरेबल डिवाइस ऐसे डिवाइस होते हैं। जो आपकी सहायता ऐसी विपरीत परिस्थितियों में करते हैं जहां आप खुद को अकेला और असहाय समझ रहे हो। ये वियरेबल डिवाइसेज एक गहने के या एक फिटनेस ट्रैकर के रूप में हो सकते है। जो हमलावर को बिना बताये एक बटन के जरिये आपके नजदीकी उपलब्ध सहायता केंद्र में आपातकाल स्थिति की सूचना भेजता है और इन सेफ्टी डिवाइसेज में उपलब्ध जीपीएस आपके परिवार और मित्रों को भी आपके आपातकाल में होने की सूचना एवं आपका लाइव लोकेशन स्वयं ही भेज देता है।

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पहनने योग्य प्रौद्योगिकी का हमारे जीवन पर प्रभाव (How these  wearable technology affecting n our lives):

कुछ वर्षों पहले हमे इस प्रकार की टेक्नोलॉजी का कुछ पता भी नहीं था, लेकिन जब धीरे-धीरे इस टेक्नोलॉजी का मानव जीवन में इस्तेमाल होने लगा तब हमे इस तरह की टेक्नोलॉजी की और अधिक जरूरत महसूस होने लगी। अब यह हमारे डेली लाइफ का एक अहम हिस्सा बन चुका हैं। एक रिसर्च के दौरान 71 प्रतिशत अमेरिकियों का कहना है कि वियरेबल टेक्नोलॉजी ने उनके स्वास्थ्य सुधार के अहम भूमिका निभाई हैं। तो चलिए जानते हैं कि वियरेबल टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को किस प्रकार प्रभावित किया है –

  • काम करने की कैपेसिटी बढ़ी :

एक रिसर्च के अनुसार यह पता चला है कि वियरेबल टेक्नोलॉजी द्वारा लोगों के काम करने की क्षमता 10 प्रतिशत अधिक इम्प्रूव हुई है और वे उस काम को और अधिक कुशलतापूर्ण तरीके से पूरा कर रहे है।

  • नार्मल लाइफ में भी फायदेमंद:

वियरेबल टेक्नोलॉजी हमे बहुत से सुविधाएँ दी है। जैसे हमारी फिटनेस को मॉनिटर करना, जीपीएस द्वारा हमारी लोकेशन को ट्रैक कर पाना, हार्ट रेट की जानकारी आदि। ये डिवाइस पोर्टेबल होते है, और इन्हे कहीं भी ले जाना आसान होता है।

  • हाई एक्यूरेसी:

एक यूजर के हेल्थ और एक्सरसाइज की आदतों में सुधार के लिए वियरेबल टेक्नोलॉजी ट्रैकिंग की भी सुविधा प्रदान करती हैं। इसके अलावा वो यूजर के हेल्थ रिलेटेड प्रॉब्लम तथा उसके उपाय दोनों का एक्ज़ेक्ट परिणाम भी प्रदान करता है।

  • हेल्थ के प्रति जागरूक करना:

एक शोध में अनुसार पता चला है कि वियरेबल डिवाइस पहनने के बाद लोग धीरे धीरे अपनी हेल्थ के प्रति जागरूक हो रहे है। इससे उनकी बीमारियों में भी कमी आ रही है। हाल ही में हुए सर्वे के अनुसार पता चला है कि हॉस्प्टिलों में 28 प्रतिशत मरीजों में कमी आयी है, जिसका सीधा संबंध फिटनेस ट्रैकर से हैं।

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